लखनऊ पर्यटन - नबावों की नगरी

लखनऊ को नबाबों की नगरी के नाम से जाना जाता है, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी है और गोमती नदी के तट पर स्थित है। लखनऊ प्राचीन काल में कौशल राज्य का हिस्सा था | लखनऊ भगवान श्रीराम की विरासत थी जिसे उन्हें अपने भाई लक्ष्मण को दे दिया था | इसलिए इसे कुछ लोग लखनपुर या लक्ष्मणपुर के नाम से जानते हैं जो बाद में इसे बदलकर लखनऊ कर दिया गया | लखनऊ की स्थापना नवाब आसफ - उद - दौला द्वारा की गई थी, उन्होने इसे अवध के नवाबों की राजधानी के रूप में पेश किया था। लोग यहाँ नवाबों की विरासत को देखने दूर-दूर से आते हैं। उनकी रोमांचक कहानियों के जीवंत दस्तावेज देखकर एक अलग अनुभव संजोते हैं। 

पर्यटन के लिहाज से यदि आप लखनऊ आ रहे हैं तो यहाँ बहुत कुछ ऐसा है, जिसे देखना और जानना आपके लिए दिलचस्प साबित हो सकता है। हम आपको बताने जा रहे ऐसे स्थलों के बारे में जिन्हें देखे बिना आपका लखनऊ टूर पूरा नहीं हो सकता। 


लखनऊ का ऐतिहासिक स्मारक बारा इमामबाड़ा (भूल भूलैया )
बारा इमामबाड़ा लखनऊ शहर के सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक है। यह भूल भुलैया के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस स्मारक का नाम लखनऊ के नवाब के नाम पर रखा गया था।  लखनऊ की इस ऐतिहासिक धरोहर का निर्माण नवाब आसिफ उद्दौला ने साल 1784 में कराया था। इमारत की छत तक जाने के लिए अनेक सीढ़ियां है जो आम आदमी को भ्रमित करने के लिए काफी हैं। अगर आम इंसान बिना किसी गाइड के मदद के स्मारक में प्रवेश करता है तो वह निश्चित ही इसमें भूल जाएगा अतः इसका नाम भूल भुलैया रखा गया।इसे मरहूम हुसैन अली की शहादत की याद में बनवाया गया हैं । इसकी दीवारों को इस तरह से बनाया गया है कि दूर खड़ा व्यक्ति अगर फुसफुसाकर बात करता है तो स्पष्ट रूप से सुनाई देता है।


लखनऊ का अंबेडकर मेमोरियल पार्क
अंबेडकर मेमोरियल पार्क लखनऊ का प्रमुख पर्यटन स्थल है जिसका निर्माण भीमराव अंबेडकर कांशी राम और अन्य जैसे लोगों की याद में बनाया था। यह स्मारक उन सभी को समर्पित है जो मानवता, समानता और सामाजिक न्याय के लिए अपने जीवन को समर्पित किया है।यहाँ बॉलीवुड के अनेक फिल्मों की शूटिंग होती है अनेक संगीतकार अपने संगीत की वीडियो का रिकॉर्डिंग यहां करते हैं।

 

 

भारत का सबसे लंबा क्लॉक टावर हुसैनाबाद क्लॉक टावर लखनऊ
हुसैनाबाद क्लॉक टॉवर को 1881 में इसे बनाया था। इसे लंदन के बिग बेन क्लॉक टावर प्रतिकृति के रूप में बनाया गया था। और तब से आज तक यह भारत का सबसे लंबा क्लॉक टावर है जो 67 मीटर ऊंचा है, जो 14 फीट लंबे पेंडुलम के साथ विक्टोरियन-गोथिक चमक को प्रदर्शित करता है। और इसमें 12 पंखुड़ियों वाले फूल के आकार का एक डायल है।


सआदत अली खान का मकबरा लखनऊ 
शहादत अली खान अवध के छठवें सम्राट थे।सआदत अली खान का नवाब गाजी-उद-दीन हैदर द्वारा निर्मित एक ऐसा मकबरा है जिसकी भव्यता और खूबसूरती लखनऊ में स्थित अनेक इमारतों को टक्कर देती है। जो अपनी शानदार वास्तुकला के लिए फेमस है। इस मकबरे का निर्माण इंडो-इस्लामिक वास्तुकला शैली में एक विशाल गुंबद के साथ किया गया था।

लखनऊ का कैसर बाग पैलेस
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की अवध क्षेत्र में स्थित लखनऊ पैलेस अवध के अंतिम शासक नवाब वाजिद अली शाह के द्वारा सन 1847 में बनवाया गया था। महल के अंदर स्थित चित्रकारी मूर्तियां मुगल शैली और यूरोपियन शैली को दर्शाती है।


लखनऊ की ऐतिहासिक पिक्चर गैलरी 
हुसैनाबाद इमामबाड़े के घंटाघर के समीप 19वीं शताब्दी में बनी यह पिक्चर गैलरी है। यहां लखनऊ के लगभग सभी नवाबों की तस्वीरें देखी जा सकती हैं। यह गैलरी लखनऊ के उस अतीत की याद दिलाती है जब यहां नवाबों का डंका बजता था।

लखनऊ में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय 
लखनऊ के घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के दौरान होता है।