दुनिया की सबसे ऊंची इमारत- बुर्ज खलीफा घूमने की जानकारी

बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊँची ईमारत हैं जोकि दुबई शहर में स्थित है। बुर्ज खलीफा 163 मंजिला आकाश को छूती हुई ईमारत हैं। बुर्ज खलीफा की ऊंचाई इतनी अधिक हैं कि आप इसे नब्बे किलोमीटर की दूरी से भी देख सकते है। बुर्ज खलीफा पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ और इसका इंटीरियर पार्ट में 24 केरेट के गोल्ड का उपयोग किया गया हैं। दुबई के सबसे प्रिय आकर्षण में बुर्ज खलीफा का नाम सबसे पहले आता हैं।
जब पर्यटक दुबई की इस ईमारत को नीचे से देखते हैं तो यह एक विशाल आकार की दिखाई देती और इसकी चोटी तक नजर पहुंचाते हुए आप गिर भी सकते हैं। जब आप बुर्ज खलीफा बिल्डिंग की ऊंचाई पर पहुंच जाते हैं, तो पूरी दुबई का नजारा देख सकते है। यदि आप रात के अंधेर में इस बिल्डिंग पर जाते है तो पूरा दुबई शहर रंग-बिरंगी रौशनी से जगमगाता हुआ दिखाई देता हैं।

 

बुर्ज खलीफा का निर्माण
बुर्ज खलीफा का निर्माण सन 2008 से शुरू हुआ था तथा इसका लोकार्पण सन 2010 में हुआ था। बुर्ज ख़लीफ़ा दुबई में आठ अरब डॉलर की लागत से छह साल में निर्मित 828मीटर ऊँची 168मंज़िला दुनिया की सबसे ऊँची इमारत है (जनवरी, सन् 2010 में)। इसका लोकार्पण 4जनवरी, 2009 को भव्य उद्घाटन समारोह के साथ किया गया। इसमें तैराकी का स्थान, खरीदारी की व्यवस्था, दफ़्तर, सिनेमा घर सहित सारी सुविधाएँ मौजूद हैं। इसकी 76 वीं मंजिल पर एक मस्जिद भी बनायी गयी है। इसे 96 किलोमीटर दूर से भी साफ़-साफ़ देखा जा सकता है। इसमें लगायी गयी लिफ़्ट दुनिया की सबसे तेज़ चलने वाली लिफ़्ट है। “ऐट द टॉप” नामक एक दरवाज़े के बाहर अवलोकन डेक, 124 वीं मंजिल पर, 5 जनवरी 2010 पर खुला। यह 452 मीटर (1,483 फुट) पर, दुनिया में तीसरे सर्वोच्च अवलोकन डेक और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा दरवाज़े के बाहर अवलोकन डेक है।

 

राष्ट्रपति से मांगनी पड़ी थी मदद

पहले तो बुर्ज खलीफा की उचाई Taipei 101 की उचाई से बस कुछ ही मीटर ज्यादा रखा गया था| लेकिन इसका बेस इतना ज्यादा ताकतवर था की इसकी उचाई करीब 300मीटर तक ओर बढ़ाई गयी|
और उचाई बढ़ने के साथ ही इसकी कीमत में भी काफी इजाफा आया जिसकी वजह से इस प्रोजेक्ट को बनाने में Abu Dhabi के President खलीफा बिन ज़ायेद से सहायता ली गयी और उन्ही के financial मदद से यह काम आगे बढ़ सका|
पहले इस ईमारत का नाम Burj Tower रखा गया था लेकिन राष्ट्रपति के मदद के बाद से जब इसको खोला गया तो उनके सम्मान में इस इमारत का नाम बुर्ज खलीफा कर दिया गया| ऑक्टूबर 2009 में निर्माण का काम पूरा करने के बाद 4 जनवरी, 2010 को इसका उट्घाटन किया गया और इस मौके पर लोगो ने पहली बार दुबई के करिश्मे को देखा|
इस इमारत को बनाने में करीब १.5 बिलियन डॉलर्स का खर्च आया था और कुछ लोगो का मानना है की यह आंकड़ा इससे ज्यादा भी हो सकता है| 10 मार्च ,2010 को बुर्ज खलीफा को आधिकारिक रूप से दुनिया की सबसे ऊँची ईमारत होने की घोसणा की गयी | और तब से लेकर अब तक यह रिकॉर्ड इसी ईमारत के नाम है| 2012 में इसका 80% हिस्सा इस्तेमाल के लिए लोगो ने लिया था|

 

बुर्ज खलीफा के बारे में अन्य जानकारी 

  • बुर्ज खलीफा में 58 लिफ्ट लगी हुई हैं।
  • बुर्ज खलीफा में 2957 पार्किंग स्थान हैं और 900 आपार्टमेंट और 304 होटल हैं।
  • बुर्ज खलीफा बिल्डिंग में जमीन के नीचे एक और जेमीन के ऊपर 163 बिल्डिंग बनी हुई हैं।
  • बुर्ज खलीफा के निर्माण जितना रीबार लगाया गया था यदि उसे एंड टू एंड रख दिया जाएं तो दुनिया की सडकों का एक चौथाई भाग कवर करता हैं।

 


बुर्ज खलीफा की प्रवेश शुल्क
बुर्ज खलीफा को अन्दर से घूमने के लिए लगभग 1900रुपय से 7500रुपय के बीच आपको एंट्री फीस देनी होती हैं।